पुलिस के द्वारा शिकायत कर्ता पर दबाव डालकर बंद कराई जाती है सीएम हेल्प लाईन की शिकायतें
एल-1 एवं एल-2 के आगे नहीं जा पाती पुलिस की शिकायतें
एल-1 में ही बंद करानें का बनाया जाता है शिकायत कर्ता पर दबाव
सीधी। जिले में सीएम हेल्पलाईन की पुलिस विभाग की शिकायतें एल-1, एल-2 से आगे नहीं पहुंच पाती और न ही शिकायतकर्ता द्वारा की गई शिकायतों का निराकरण ही किया जाता। पुलिस विभाग की शिकायतें एल-3, एल-4 तक नहीं पहुंच पाती। इसका प्रमुख कारण सीएम हेल्पलाईन की शिकायतों का बिना निराकरण कराए ही शिकायतकर्ता पर दबाव बनाकर बंद कर दिया जाता है। जिसका खुलासा समाजसेवी एवं मीडियाकर्मी आदित्य नारायण सिंह के द्वारा पुलिस विभाग की सीएम हेल्पलाईन में की गई शिकायत से हुआ। मीडिया को जानकारी देते हुए समाजसेवी आदित्य नारायण सिंह ने बताया कि थाना रामपुर नैकिन में दर्ज अपराध क्रमांक 0096/19 के आरोपियों को दो वर्ष बाद भी गिरफ्तार नहीं किया गया था। उसी के संंबंध में मेरे द्वारा शिकायतें सीएम हेल्पलाईन में की गई थी। इसके साथ ही अपराध क्रमांक 0093/20 थाना रामपुर नैकिन में दर्ज प्रकरण में दो वर्षों से चालानी कार्यवाई नहीं होने एवं आद्यतन शिकायतकर्ता एवं फर्जी पत्रकार के विरुद्ध कार्यवाई किए जाने के मामले को लेकर मेरे द्वारा सीएम हेल्पलाईन में शिकायत क्रमांक 13134844, 13134545, 13161132, 13036715 आदि शिकायतें की गई थी। जिनको दबाव बनाकर बंद करा दिया गया। लेकन अभी तक शिकायत किए गए प्रकरण में कोई कार्यवाई नहीं की गई। उन्होने बताया कि पुलिस विभाग के द्वारा सीएम हेल्पलाईन के निराकरण के मामले में वाहवाही लेने व नंबर वन आने के लिए सीएम हेल्पलाईन की शिकायतों को एल-1 व एल-2 में पहुंचते ही जबरन बंद कर दिया जाता है। उन्होने बताया कि शिकायतकर्ता द्वारा जैसे ही की गई शिकायतें एल-1 में पहुंचती हैं वैसे ही थाना प्रभारी व चौकी प्रभारी शिकायतकर्ता से मिल कर उसे निराकरण का झूंठा आश्वासन देकर बंद कराने का प्रयास किया जाता है। यदि पहले प्रयास में शिकायतें बंद नहीं हुई तो थाना प्रभारी व चौकी प्रभारी यह कहकर जवाब बनाते हैं कि अगर शिकायत बंद नहीं हुई तो पुलिस अधीक्षक हम पर कार्यवाई कर देंगे। इस कारण अभी आप अपनी शिकायतें बंद करा दें यदि आपकी समस्या का निराकरण नहीं हुआ तो आप अगले महीने पुन: कर दीजिएगा। यदि एल-1 की शिकायत बंद नहीं हुई और वह एल-2 में चली गई तो संबंधित थानों के एसडीओपी शिकायतकर्ता से संपर्क कर उन्हें कार्यवाई का आश्वासन देकर ऐनकेन दबाव बनाकर शिकायतें बंद करा दी जाती है। उन्होने बताया कि जब मेरे शिकायतें एल-1 में गई तो मुझे संबंधित थानों के प्रभारियों ने फोन करके शिकायत बंद करनें को कहा। किंतु मैने शिकायतें बंद नहंी कराई। तब एसडीओपी के द्वारा मुझे फोन कर कार्यवाई का पूरा भरोसा देकर शिकायतें बंद करानें को कहा। मेरी कई शिकायतें तो बिना मुझे जानकारी दिए ही पुलिस के द्वारा बंद कर दी गई। उन्होने बताया कि जब मीडिया कर्मियों के द्वारा सीएम हेल्पलाईन में की गई शिकायतों पर बिना कार्यवाई के बंद कर दी जाती हैं तो आम जनता की कैसे सुनवाई होती होगी।
सीएम हेल्पलाईन की एक साथ बंद की गई शिकायतें
पुलिस विभाग की सीएम हेल्पलाईन में की गई दर्जनों शिकायतों का एल-1 में ही दबाव बनाकर एक साथ बंद कर दी गई। हरीष द्विवेदी सीधी शिकायत क्रमांक 13056228, राविन्द्र पाण्डेेय के द्वारा की गई शिकायत क्रमांक 13056335, रामलखन गौतम की शिकायत क्रमांक 13057015, 13134580, प्रवीण तिवारी द्वारा की गई शिकायत 13057136, संजय पाण्डेय सेमरिया द्वारा की गई शिकायत 13057024, संजय सिंह बघवार द्वारा की गई शिकायत 13057310, अरविंद सिंह मझौली के द्वारा की गई शिकायत 13057361, अभिमन्यु पाण्डेय करगिल द्वारा की गईशिकायत 13037348, हरिश्चन्द्र मिश्रा द्वारा की गई शिकायत 13036174, जनार्दन तिवारी द्वारा की गई शिकायत 13036347, शिवपूजन मिश्रा द्वारा की गई शिकायत 13036557, हरीष मिश्रा द्वारा की गई शिकायत 13037136, 13134371, कृपाशंकर तिवारी द्वारा की गई शिकायत 13037237, अजय मिश्रा की शिकायत 13134653, 13048885, कमल कुमार पाण्डेय की शिकायत 13134557, आदर्श मिश्रा 1304104, रजनीश जायसवाल 13041426, अजय पाण्डेय 13048786, आशीष तिवारी रामपुर नैकिन 13049048, मनोज शुक्ला रामपुर नैकिन 13049147, अरुण गुप्ता 13049313, विनोद त्रिपाठी चुरहट 13049419, अमित सिंह 13049774, शरद गौतम 13050090 आदि 37 शिकायतों को बिना किसी सुनवाई किए जबरजस्ती बंद कर दी गई और शिकायत कर्ताओं के द्वारा की गई शिकायतों को अभी तक निराकरण नहीं किया गया।